शक्ति और जिम्मेदारी की कहानी
Inspirational Story In Hindi
इकेंगा
ये सुनहरे बालों वाले गोरिल्ला की टापू के नेता थे.
एक
दिन इकेंगा ने उनके साथ चलने के लिए अपने Young बेटे को बुलाया जिसका नाम इटो था.
इकेंगा
ने इटो से कहा, एक दिन तुम भी इस परिवार के
नेता बनोगे, इसलिए तुम्हे अपनी ताकत का
निर्माण करना पड़ेगा जिससे तुम जरुरत पड़ने पर अपने दुश्मनों से अपने परिवार की
सुरक्षा कर सको .
इटो
ने अपने पापा इकेंगा को धन्यवाद् दिया और कहा की मुझे पता है की मुझे बहोत सारे फल
और बहोत सारा खाना, खाना होगा ताकि वो उनके जेसा
Strong
और
ताकतवर बन सके.
अपने
बेटे इटो से ये सारी बाते सुनकर इकेंगा ने उसे गुड बॉय कहा, और कहा की तुम्हे जितनी ताकत
चाहिए वो प्राप्त करने के लिए तुम्हे मुझसे लड़ना होगा.
इटो
ने उनकी इस बात का विरोध करते हुए कहा की वो उनसे नहीं लड़ सकता क्यू की वो बहोत
बड़े और Strong
है.
इटो
की ये बात सुनकर इकेंगा ने कहा – हा मै हु.
लेकिन
कोई तो होगा ही जो उसे जमीं पर लेटा सकता है.
इटो
दौड़ते हुए अपनी Mother
के
पास गया और अपने कानो को मलने लगा और अपने कंधो की ओर देखकर पिता द्वारा कही बात
पर सोचने लगा.
कुछ
हफ्तों बाद इकेंगा ने फिर इटो को बुलाया.
और
इकेंगा ने अपने बेटे से पूछा – की क्या तुम अपनी लड़ाई की Training सिखने के लिए पूरी तरह तयार
हो.
लेकिन
इटो डरा हुआ था और उसने तुरंत उत्तर दिया – नहीं, अभी नहीं.
इकेंगा
इटो से जवाब पाने के लिए और जादा इंतजार नहीं करना चाहते थे और वे नहीं चाहते थे
की इटो की लड़ाई सिर्फ इस छोटे मैदान तक ही सिमित रहे.
कई
सप्ताह और महीने चले गये और इसी तरह इटो की लड़ाई का सबक और Training जारी रहा.
इकेंगा
अपने बेटे इटो से बहोत ज्यादा ताकतवर था और हमेशा कोई भी लड़ाई जितता ही था मगर इटो
भी अब धीरे धीरे मजबूत और ताकतवर बनता चला जा रहा था और नयी नयी तकनीक को सिख रहा
था और अपने आप में ही दिन ब दिन और जादा Strong हो रहा था.
2 साल बाद, इटो पूरी तरह से फिट और
ताकतवर हो गया था जिसकी बड़ी बड़ी मासपेशिया और एक विशाल छाती थी एकदम किसी बड़े
गोरिल्ला की तरह.
एकबार
फिर इकेंगा ने इटो को चुनौती दी जिसमे दोनों में से किसी एक को जमीं पे गिराना
होगा.
शक्तिशाली
इकेंगा और इटो की लड़ाई की शुरवात देखने पूरा गोरिल्ला का बैंड एकत्रित हुआ था.
सुनहरे
बालों वाले गोरिल्ला में से दो जानवरों ने अपने सिल्वर बाल हवा में उडाये और एक
जोरदार कहार लगाई और तीव्रता के साथ इटो और इकेंगा की लड़ाई शुरू हुई.
पुरे
१ घंटे बाद, अचानक इटो का हात उपर दिखाई
दिया और ऐसा दिख रहा था जेसे इटो ने अपने पिता इकेंगा को जमीन पर pinned out कर दिया हो.
इटो
मुडा और ख़ुशी से सारे गोरिल्ला को देखने लगा क्यू की इकेंगा को हराकर वह जित चूका
था.
उसकी
नज़र निचे पड़ी जहा उसके पिता हारकर गिरे हुए थे और खुनसे भरे थे.
फीर
इकेंगा ने इटो की और देखकर एक ख़ुशी भरी Smile दी और इटो को अपने नजदीक बुलाया,
इकेंगा
बहोत कमजोर हो गये थे तो उन्होंने बहोत धीरे से कहा – इटो, मुझे तुम पर गर्व है.
इटो
ने अपने पिता से धन्यवाद् कहा और पुछा के उसे समझ नहीं आया की ये सब क्यू हुआ ? और क्यू वे दोनों लड़े ? उन्हें क्यू लड़ना पड़ा ? ऐसे बहोत सारे प्रश्न इटो के
मन में आ रहे थे जिनके वो उत्तर चाहता था.
इकेंगा
ने उत्तर दिया- इटो, संघर्ष किये बिना तुम कभी
आवश्यकता के अनुरूप Strong
नहीं
बन सकते, लेकिन परिवार का नेतृत्व
करने से पहले एक और चीज़ है जो तुम्हारे लिए जान न बहोत जरुरी है.
इटो
ने पुछा – वो कोंसी चीज़ है पिताजी ?
इकेंगा
ने इटो को समझाया की – ताकत के साथ साथ जिम्मेदारी
भी आती है, अब तुम पूरी तरह ताकतवर बन
चुके हो इसलिए तुम्हे कमजोरो पर दया करनी चाहिए उनकी मदत करनी चाहिए न की उन्हें
धमकाना चाहिए तभी तुम अपने परिवार का ठीक तरह से नेतृत्व कर सकते हो.
इटो
ने धीरे से अपने पिता को अपने पैरो पर लिटाने की कोशिश की – जेसे ही इकेंगा अपने बेटे के
पास आये उन्होंने अपने बेटे की पीठ पर कुछ महसूस किया.
और
ख़ुशी से सभी को कहा – की इटो की पीठ पर पहला
सिल्वर बाल आ गया है.
ये
सुनकर बाकी सारे गोरिल्ला इटो पर गर्व करने लगे.
ये सब
देखकर सारे गोरिल्ला खुशिया मनाने लगे क्योंकि अब इटो एक शक्तिशाली और बुद्धिमान
नेता बन चूका था.
With Great Power Comes
Great Responsibility
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