जब Dheerubhai Ambani ने एक business empire खड़ा करने के बारे में सोचा था तो उनके पास अपना घर भी नहीं था , एक रिक्शा चालक के पुत्र Govind Jaiswal ने जब IAS officer बनने का सपना देखा था तब उनके पास किताबें खरीदने के लिए भी ठीक से पैसे नहीं थे , जब youngest CEO Suhas Gopinath ने website building का अपना business set up करने के बारे में सोचा था तब उनके पास खुद का computer भी नहीं था … हर एक case में सपने तब देखे गए जब परिस्थितियां बिलकुल विपरीत थीं , और इन adverse circumstances के बावजूद सपने हक़ीक़त बने .
Friends, सपने पुरे होते हैं , क्योंकि ईश्वर हमें कुछ करने का idea देने से पहले ही हमें उसे हक़ीक़त बनाने की शक्ति दे देता है. *
इसलिए अगर आज आपके मन में कुछ करने का idea आ रहा है तो अपनी क्षमताओं पर शक मत करिये , idea आने का मतलब ही है की आप उसे सच कर सकते हैं , तब भी जब situation आपके खिलाफ हो .
आज अगर आप अपनी current situation से satisfied नहीं हैं तो उसे accept मत करिये , उसकी आदत मत डालिये , situation को कोसते रहने से कुछ नहीं होने वाला , अगर कुछ हो सकता है तो उसे बदलने से , याद रखिये चाहे आज आप कितनी ही बुरी स्थिति में क्यों न हों , आप अपनी life को बदल सकते हैं ,आप किसी भी पल सपने देख सकते हैं और उन्हें पूरा कर सकते हैं . और यही आपको करना चाहिए ! Of course , ऐसा करना आसान नहीं है , किसी के लिए भी नहीं था , पर ये बात गाँठ बाँध लीजिये कि ऐसा करना संभव अवश्य है . और नए साल की शुरुआत के साथ ही आप अपने सपनो को पूरा करने के संघर्ष की भी शुरुआत कर दीजिये , समय बीतेगा …. शाम ढलेगी … और आपके जीवन में भी एक नयी सुबह ज़रूर आएगी !!
All the best !
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