Are you positive....
क्या मैं
Negativity का शिकार तो नहीं हूँ ………
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एक बार एक आदमी खाना खा रहा था. उसके खाने में बाल आया. उसने गुस्से में अपनी पत्नी को रात में ही घर से निकाल दिया.
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एक बार एक आदमी खाना खा रहा था. उसके खाने में बाल आया. उसने गुस्से में अपनी पत्नी को रात में ही घर से निकाल दिया.
कुछ दिन बाद सुबह सुबह किसी ने उस आदमी के घर का दरवाजा खटखटाया, जब उसने दरवाजा खोला तो देखा कि उसकी शादी-शुदा बहन दरवाजे पर खड़ी थी और जोर जोर से रो रही थी. उसने पूछने पर बताया कि किसी काम को देरी से करने की वजह से उसके ससुराल वालों ने उसको घर से निकाल दिया।
यहाँ पर ये समझना जरुरी है कि निकला उस आदमी ने अपनी पत्नी को और गलत हो गया उसकी बहन के साथ. दोस्तों जरुरी नहीं की अगर गलत काम मैं करूँगा तो बुरा भी मेरे साथ होगा, बुरा मेरे से जुड़े किसी के भी साथ हो सकता है, ये ध्यान देने वाली बात है.
दोस्तों ध्यान रहे :-
1) किसी के भी बारे में पीठ पीछे गलत बात सोचना या बोलना - उस आदमी के लिए हमेशा Positive होगी और हमारे लिए हमेशा Negative होगी ही होगी.
2) किसी के भी बारे में पीठ पीछे अच्छी बात सोचना या बोलना - दूसरों के लिए Positive हो न हो पर हमारे लिए हमेशा Positive होगी ही होगी.
1) किसी के भी बारे में पीठ पीछे गलत बात सोचना या बोलना - उस आदमी के लिए हमेशा Positive होगी और हमारे लिए हमेशा Negative होगी ही होगी.
2) किसी के भी बारे में पीठ पीछे अच्छी बात सोचना या बोलना - दूसरों के लिए Positive हो न हो पर हमारे लिए हमेशा Positive होगी ही होगी.
पर हमारी वो सोच इससे पहले की दूसरों के लिए
Positive या Negative बने, पहले वो हमारे लिए Positive या Negative बनेगी ही बनेगी.
हम अपने ऊपर होने वाले उस प्रभाव से बच नहीं सकते।
हम अपने ऊपर होने वाले उस प्रभाव से बच नहीं सकते।
Note :- ध्यान रहे पीठ पीछे कंही भी
Negative सिर्फ बोलना ही नहीं, सोचना भी नहीं है ……… (एक बार एक हफ्ता Try कर लीजिये, Try करने में क्या जाता है)
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