Thursday, December 29, 2016

Thought

जय श्री कृष्णा

अंधेरा वहां नहीं है, जहां तन गरीब है!
अंधेरा वहां है, जहां मन गरीब है..!!

ना बुरा होगा, ना बढ़िया होगा!
होगा वैसा, जैसा नजरिया  होगा..!!

हजार महफिलें हों, लाख मेले हों!
पर जब तक खुद से न मिलो, अकेले हो..!!

         😄 *खुश रहिये ...!¡!

💐राधे श्याम💐

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