Saturday, December 24, 2016

GOOGLE


                                               GOOGLE
 (very imp. Of our life) 

 Today,, 
                       Mai aap logo ko Google (search engine) ke bare me batane               jar aha hu .

Google ak prakar ka search Engine ha.
 iska use hum bahot se information lene ke liye karte hai.
 presently google ka use bahot hone laga hain. 

 Hum Google ke History ke bare me janenge .. 
                               
                         


 Sabse pahle Google ko 2 student ne mil kar ( दो छात्रों ने लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन ) 1996 me banaya tha . 
 Uske bad sab thik chal raha tha fir dono student (लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन) ko laga ki ve apni study me thik se diyan nai de pa rahe hai. 

To dono student (लैरी पेज और सेर्गेई ब्रिन) ne Google ke bechne ka man bana liye or just 2 year bad matlab 1998 me Google ko only 10lakh me bech diya . 

 Oar kharidne wala Excite name ka ak company tha. Kaise mile ye dono student (सर्जि ब्रिन और लैरी पेज) सर्जि ब्रिन और लैरी पेज 22-23 साल के थे, जब 1995 में वे पहली बार मिले। 

उस समय दोनों के बीच बिल्कुल नहीं पटती थी। हर बात पर बहस हो जाया करती थी। दोनों के माता-पिता बेहद पढ़े-लिखे टैक्नोक्रेट्स थे। 

 लैरी और सर्जि को दोस्त बनाया एक समस्या ने। वह थी इंटरनेट जैसे सूचनाओं के महासागर में से किसी खा़स सूचना को कैसे ढूंढ़ा जाए? 

दोनों ने मिल कर एक सर्च-मशीन बनाई, एक ऐसा कम्प्यूटर, जो कुछ निश्चित सिद्धांतों और नियमों के अनुसार किसी सूचना भंडार में से ठीक वही जानकारी ढूंढकर निकाले, जो हम चाहते हैं। 

 Car garage se start...

 गूगल की शुरुआत गैराज में बनाए गए ऑफिस से हुई थी। आज गूगल के हेडक्वार्टर 'गूगलप्लेक्स' समेत गूगल के 40 (40 se bhi jada )देशों में 70 से bhi ज्यादा ऑफिस हैं। कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो छात्रों के बीच दोस्ती के साथ शुरू हुई।

 शुरुआत में इन दोस्तों ने गूगल कंपनी एक कार गैराज से शुरू की थी, जो आज बहुत ही अधिक लोकप्रिय बन चुकी है।  

Search engine (project) बुनियादी सिद्धांत ये था कि हाइपर लिंकिंग की मदद से किसी वेबसाइट को सर्च किए टर्म के हिसाब से इंटरनेट से खोजकर एक समझने योग्य सूची बनानी है। 

यूजर जिस भी शब्द, प्रश्न या आर्टिकल को सर्च करे, कम्प्यूटर उसके बारे में जितनी हो सके, संबंधित जानकारी यूजर्स के सामने पेश कर दे।

 ये एक ऐसी गुत्थी थी जिसे लैरी पेज और सर्जि ब्रिन ने मिलकर सुलझाया। दोनों ही प्रोफेशनल दोस्तों ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में ही आरंभिक परीक्षण किए।

 इसके लिए 11 लाख डॉलर धन जुटाया। लैरी पेज ने सबसे पहले वर्ल्ड वाइड वेब की मैथेमैटिकल प्रॉपर्टीज को समझने की कोशिश की।
 लैरी पेज ने इंटरनेट का हाइपरलिंक स्ट्रक्चर एक ग्राफ की मदद से समझा। 

इसके बाद लैरी पेज ने सर्जि ब्रिन के साथ एक रिसर्च प्रोजेक्ट 'BackRub' के साथ जुड़कर काम करना शुरू किया। दोनों दोस्तों ने एक साथ कई प्रोजेक्ट किए और अंत में 4 सितंबर, 1998 में इन दोनों ने मिलकर कंपनी की नींव रखी। 

 इंटरनेट सर्च मशीन से शुरू कर गूगल अब ई-मेल, फोटो और वीडियो, भूसर्वेक्षण नक्शों और मोबाइल फोन जैसी सेवाएं देने वाली ऑलराउंडर कंपनी बन गई है। सभी सेवाएं मुफ्त हैं। 

 Google ka birthday.. 

 दुनिया की सबसे बड़े सर्च गूगल ने 2005 में आधिकारिक तौर पर अपना जन्मदिन 27 सितंबर को मनाने की घोषणा की थी। इसके पहले गूगल ने अपने बर्थडे की तारीख कई बार बदली है। 4 सितंबर, 1998 को बनी इस कंपनी ने सितंबर महीने के कई दिनों को अपने बर्थडे के तौर पर चुना था। 4, फिर 7, और 15, व 26 सितंबर के बाद आखिरकार 2005 में गूगल ने 27 सितंबर को अपना जन्मदिन तय कर लिया। 2005 के बाद से हर 27 सितंबर को गूगल अपने होम पेज पर आकर्षक डूडल बनाता आया है। 27 तारीख को गूगल ने कैंडी गेम डूडल अपने होम पेज पर बनाया था 

HACKER KAISE BANE what is hacking ?

 Aap soch rahe honge ki yaar ye Google ko income kaha se hoti ha

 Mai bata du ki google ki कमाई होती है व्यावसायिक कंपनियों से मिलने वाले विज्ञापनों से। दोनों ने 7 सितंबर 1998 को, गूगल इनकॉपरेटेड के नाम से मेनलो पार्क, कैलिफोर्निया के एक कार गैरेज में अपनी कंपनी बनाई और काम शुरू कर दिया। 

दो ही वर्षों में गूगल का नाम सबकी जुबान पर था। जर्मनी में कम्प्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर डिर्क लेवान्दोस्की का मत है कि याहू जैसे अपने अन्य प्रतियोगियों की तुलना में गूगल शायद ही बेहतर है, लेकिन उसकी सार्वजनिक छवि कहीं अच्छी बन गई है।

 Google ka pahala Dasak (2007) इंटरनेट का इस्तेमाल जितना बढ़ रहा है, गूगल के शेयर भी उतने ही चढ़ रहे हैं।

 अगस्त 2004 में गूगल ने जब पहली बार शेयर बाज़ार में पैर रखा, तब उसके शेयर 85 डॉलर में बिक रहे थे। 

तीन वर्ष बाद, नवंबर 2007 में इसके शेयर उछलकर 747 डॉलर पर पहुंच गए थे। यही उसकी चमत्कारिक सफलता का रहस्य है। इंटरनेट को दुनिया में आए दो दशक से ज्यादा समय हो गए हैं, जबकि गूगल ने सितंबर 2007 को अपना पहला दशक पूरा किया, तब भी दोनों एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं। 

 Abhi ap ke man me ye saval (question) to aa hi raha hoga ki jab google sabse pahle bana hoga tab kaisa dikhta tha to chaliye hum ab ko bata hi dete h .

 jab google ko banaya gaya tha tab google ajib sa lagta tha mai ap logo ko uska image dikhata hu. is type ka dikhta tha humara google. 







 OR BHI BAHOT Sari bate HAI GOOGLE KE BARE ME JO MAI AGE BATATA RAHUNGA SO HUMARE POST KO SHARE KARNA AND APNA PIYARA SA COMMENT KARNA NA BHULE TO CHALIYE AB MILTE H NEXT POST ME KUCH BAHETRI JANKARI KE SATH THANKU BYE BYE..TC  

Thank you Please visit. again ..,,

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