Monday, November 23, 2015

जिंदगी का सबसे बड़ा Secret

जिंदगी का सबसे बड़ा Secret – कड़ी मेहनत

जिंदगी का सबसे बड़ा Secret यही है की कोई बड़ा Secret न हो,
अगर आप काम करने के लिए तैयार है तो आप भी उसे हासिल कर सकते है.  – OPRAH WINFREY
मेरे लिए कठिन परिश्रम वह है जो आपको चुनौती देता है. लेकिन आखिर चुनौती जरुरी क्यू है ? क्यू न जीवन में उसे ही किया जाये, जो सरल और आसान है .
ज्यादातर लोग वही करते है जो आसान है और कठिन परिश्रम से दूर रहते है और यही वजह है की आपको ठीक इसका उलट करना चाहिए ! जिंदगी के निचले अवसरों पर लोगो के झुण्ड के झुण्ड टूट पड़ते है क्यू की वे आसन होते है. और As A Result (अपेक्षाकृत) ज्यादा कठिन चुनोतियो पर मुकाबला काफी कम होता है और अवसर कही ज्यादा.
अफ्रीका में सोने (Gold) की एक खदान है जो दो मिल गहरी है इसे बनाने में दस लाख डोलर का खर्चा आया, लेकिन यह अब तक की सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली सोने की खदानों में से एक है. इन खान खोदने वालो ने एक बहोत मुश्किल चुनौती को, कठिन परिश्रम से ही काबू मे किया, और आखिर उन्हें उनकी महेनत का फल मिला.
मुझे याद है की जब मै 1999 में कंप्यूटर गेम ‘DWEEP’ को Develop कर रहा था तो मैने चार महीने फुल टाइम, एक ऐसा Design – Document बनाने में लगा दिए जो की केवल पाच पेज लम्बा था. यह एक Logic पर आधारित Puzzle का खेल था और मुझे सही Design को हासिल करना बहोत चुनौतीपूर्ण लगा. एक बार Design पूरा होने के बाद बाकी सारे काम जेसे की प्रोग्रामिंग, ड्राइंग, म्यूजिक, साउंड इफ़ेक्ट, इंस्टालर लिखने और गेम बाज़ार में लेन में, केवल दो महीने का समय और लगा.
मेने इतना समय पूरी तरह समजकर, Design पर काम करने में लगाया क्यू की मै यकीन करता था की इस तरह से मै मुकाबले में बढ़त हासिल कर सकता हु, जिसकी मुझे जरुरत थी. मै अच्छी तरह जानता था की गेम के Technical Attributes के आधार पर दुसरो से मुकाबला नहीं कर सकता था. मेने स्पर्धा का अध्ययन किया और मुझे बहोत से ऐसे गेम्स मिले जिन्हें की मै निचे लटका हुआ फल समझता था. बाज़ार में ऐसे गेम्स की बाढ़ आई थी जो की पुराने गेम्स की कॉपी थे. वो ऐसे गेम्स थे जिसे बनाना बहोत आसान था. और फिर मेरे शुरवाती गेम्स भी Design के मामले में कमजोर ही थे. ज्यादातर निशाना लगाने वाले, Acrade गेम्स.
Original
गेम को उसके अनूठे खेल खेलने के ढंग के साथ Design करना एक कठिन, बहोत कठिन काम था. लेकिन इसका नतीजा लाजवाब रहा. ‘DWEEP’ ने 2000 में शेअर-वेयर इंडस्ट्री का अवार्ड जीता, और इसके ही एक Improved Version (DWEEP GOLD) ने, अगले साल भी यही अवार्ड जीता. उस गेम की सफलता के वजह से, Newyork Times के एक रिपोर्टर ने मेरा इंटरव्यू लिया और मेरा इंटरव्यू एक बढ़िया फोटो के साथ 13 जून 2001 के Edition (Business Section) में छपा. पहली बार १ जून 1999 में जारी होने के बाद, DWEEP अब अपने बिक्री के सातवे साल की शुरवात कर रहा है. यह आज की Technology से मुकाबला नही कर सकता. Technique से मुकाबला तब भी नहीं कर सकता था, जब यह पहली बार Launch हुआ था. लेकिन Design के मामले में यह आज भी, दुसरे Top Competitor को टक्कर देता है. मेने पाया की ऐसे बहोत से खिलाडी है जो एक बेहतर Design पर पुरानी टेक्निक्स के साथ गेम को खेलना पसंद करते है. इस गेम की लम्बी सफलता से मेने सिखा कठिन परिश्रम का फल मीठा होता है.
‘DWEEP’
इतने लम्बे समय तक कभी भी नहीं टिक पाता अगर मेने Design करते समय आसन रास्ता चुना होता. मेने सोने (Gold) के लिए दो मिल गहरी खुदाई की, यही वजह है की किसी दुसरे शख्स के लिए, गेम को बाज़ार में इसकी जगह से हिलाना बहोत मुश्किल था. ऐसा करने के लिए उन्हें मुझसे ज्यादा गहरी खुदाई करनी पड़ती और बहोत की कम लोग ऐसा करने के इच्छुक होंगे, क्यू की एक Creative गेम Design करना एक बहोत मुश्किल काम है. यह तो हर कोई कहता है की उसके पास एक अच्छे गेम की कल्पना है. लेकिन वास्तव में उस कल्पना को इस्तेमाल करके ऐसा कुछ बनाना जोकि काम करे, मजेदार हो और जिसमे नयापन हो, ये कड़ी महेनत का काम है. जब मै उन दुसरे गेम्स को देखता हु जिन्हें 5 साल से भी ज्यादा समय से सफलता मिल रही है, मुझे उन गेम्स में बार-बार कठिन परिश्रम करने की Willingness दिखाई देती है जोकि बाकि गेम्स में नहीं मिलती. फिर भी आज बाज़ार अच्छे गेम्स की कॉपी से भरा पड़ा है, जितना तब था, जब मेने शुरवात की थी.
एक मुश्किल काम Commonly एक अच्छे Result से ही जुडा होता है. जहा सभी लोग आसान काम के लिए देख रहे हो और वहा आपको मुश्किल काम मिले तो अपने आप को lucky समझना चाहिए. लेकिन क्या आप आपकी सफलता को लम्बे समय तक बनाये रख सकते है ? या ये सिर्फ आपका भ्रम है ? एक बार अगर आपने मुश्किलों से लड़ना शुरू कर दिया तो आप पाओगे के आपमें उनसे लड़ने की ताकत आ गयी है.
जब आप खुद को मुश्किल काम करने के लिए तयार कर लेते है, तो आप नतीजो के उस क्षेत्र में दाखिल हो जाते है, जहा बाकि सब का Entry करना मना है. जो मुश्किल है उसे करने के लिए तयार रहना ऐसा है जेसे की आपको अपने ही एक खास खजाने की चाबी मिल गयी हो.
कठिन परिश्रम के बारे में एक अच्छी बात यह है की यह Universal है. इस से कोई फर्क नही पड़ता की आप किस इंडस्ट्री में है. कठिन परिश्रम को आप लम्बे समय के Positive Result हासिल करने के लिए प्रयोग कर सकते है.
मै इसी सिद्धांत का उपयोग, इस व्यक्ति विकास (Personal Development) के व्यवसाय को खड़ा करने में कर रहा हु . मै बहोत सी ऐसी चीजे करता हु जो की मुश्किल है. मै उन विषयो को समझाने का प्रयास करता हु जिसे दुसरे लोग हात भी नहीं लगाते और उन विषयो से कतराता हु जो की निचे लटके हुए फलकी श्रेणी में आते है. मै विषयो की गहराई से छान बिन कर के, सोने (Gold) की खोज करने का प्रयास करता हु. मै काफी Reading और Research करता हु. मै लम्बे चौड़े लेख लिखता हु और अपने सबसे अच्छे विचारो को Freely सभी के लिए Available करा देता हु. इसलिए मै हमेशा अपने बहेतर को Constant रखने की कोशिश करता हु. मेने इस Business को पिछले साल अक्टूबर में शुरू किया था और इस पर पुरे वक़्त काम कर रहा हु और वह भी बिना किसी Salary के.
इसी तरह मै ‘Toastmaster’ में अपने बातचीत करने के हुनर को बेहतर बनाने के लिए कड़ी महेनत कर रहा हु (मेरी पहली सालगिरह २ जून को थी). मै दो अलग अलग Clubs का Membar भी हु और हर महीने 6-7 Meetings में भाग लेता हु. मुझे Club का Membar बन ने के एक महीने बाद “Club Officer” बना दिया गया और मुझे अभी “Second Officer” के पद के लिए चुना गया है. मेने कई सारे भाषण दिए है जोकि सारे फ्री थे. जबसे मै Member बना हु मेने सभी LECTURES और कम्पटीशन्स में भाग लिया. अगर इतना वक़्त मेने अपने गेम के Business में लगाया होता तो इस वक़्त मेरे पास काफी धन दौलत होती. फिर यह कठिन परिश्रम का काम है और मुझे पेशेवर Professional Speaker बन ने के लिए अभी और कम से कम एक साल की Training लेनी चाहिए. लेकिन जो भी हो मै इसकी कीमत देने को तयार हु. मै आसान रास्ता चुनकर ऐसे हलके स्थान पर नहीं पहोचना चाहता जहा से मै बार-बार निचे फिसलता रहू. मै स्टेज पर पहोचकर खुद को अपनी मदत केसे करे (Self Help) विषय पर मन को भाने वाली ऐसी बाते नहीं बोलना चाहता, जिस से मुझे तालिया और Fees का Cheque मिले. अगर इसे सिखने में सालो लगते है, तो लगते रहे.
इसी सिद्धांत का आगे मै अपनी किताब लिखने में इस्तेमाल कर रहा हु. यह काफी कड़ी महेनत का काम है. लेकिन मै चाहता हु की यह एक ऐसी किस्म की किताब हो जिनका आज किताबो की दुनिया में Psychology Section में बोलबाला हो. परन्तु इसमें से ज्यादातर किताबे सालभर में ही दुकानों से गायब हो जाएगी और काफी कम लोग ही उन्हें याद रख पाएंगे.
कड़ी मेहनत हमेशा काम आती है. और जब आपसे कोई कहे की यह सही नहीं है तो सावधान हो जाइये अगली आवाज़ किसी Salesman की होगी जो आपको Fast & Easy काम करने वाली कोई चीज़ बेचने का प्रयास कर रहा होगा. कठिन परिश्रम करने की जितनी ज्यादा क्षमता आपमें होगी, उतनी ही बडी सफलता आपकी पकड़ में आएगी.
जितना गहरा आप खोदोगे उतना ही बड़ा खजाना आपके हात आएगा. Healthy रहना कड़ी मेहनत का काम है. एक सफल रिश्ते को ढूंडना और उसे निभाना भी कड़ी मेहनत का काम है. खुद को संभालना भी कड़ी मेहनत का काम है. Aim Decide करना उसे पाने की Planning करना, सही रास्ता चुनना, कड़ी मेहनत का काम है. यहाँ तक की खुश रहना भी कड़ी मेहनत का काम है. (सच्ची ख़ुशी जोकि आत्म-सम्मान से आती है न की वह बनावटी ख़ुशी जो समस्याओ को नकारने और Escapism से आती है)
कठिन परिश्रम और Acceptance साथ-साथ चालता है. एक बात जो आपको एक्सेप्ट करनी होगी की आपकी जिंदगी में कुछ ऐसे क्षेत्र है जोकि बिना कठिन परिश्रम के किसी और चीज़ से नहीं हांरने वाले. हो सकता है की एक अच्छे रिश्ते को पाने में आपकी किस्मत साथ न दे रही हो. शायद यह केवल तभी संभव हो पाए जब आप यह Accept कर ले की इसके लिए आपको वही करना होगा जिस से आप अब तक बचते आ रहे है. शायद अब यह Accept करने का समय आ गया है की आपके Aim का रास्ता Desciplined Diet और एक्सरसाइज (दोनों ही कठिन परिश्रम का काम है ) से होकर गुजरता है. और हो सकता है आप अपनी Income को बढ़ाना चाहते है. शायद आपको अब यह मान लेना चाहिए की ऐसा कर पाने का केवल एक ही तरीका है कठिन परिश्रम
जब आप कठिन परिश्रम को टालने और उस से डरने की बजाये खुद को उसके हवाले कर कर देंगे तो आपकी जिंदगी एक बिलकुल ही नए स्तर पर पहोच जाएगी. आप इसे अपना दोस्त बनाये न की अपना दुश्मन. यह एक शक्तिशाली औजार है जो आपका हमेशा साथ देगा
 Thanks...



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